इस गणतन्त्र दिवस पर जय श्री राम के नारों से गुंजेगा राजपथ!
नीतीश पाठक12 दिसंबर, 2020
इस बार राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड कुछ ख़ास होगी। ख़ास इसलिए क्योकिं पहली बार राजपथ पर अयोध्या की झांकी के रूप में भव्य श्री राम मंदिर का मॉडल प्रदर्शित किया जायेगा। इसमें देश-दुनिया के लोगों को अयोध्या की पौराणिकता और भारतीय संस्कृति की झलक दिखाई देगी। इस सिलसिले में तैयारियां की जा रही हैं। इसको लेकर अयोध्या वासियों में खुशी की लहर है। अयोध्या में भव्य राम मंदिर के शिलान्यास समारोह जो 5 अगस्त 2020 को हुआ था, उसमे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों ने ही,'सबके हैं राम' का संदेश दिया। अब सरकार दुनिया को बताना चाहती है, की अयोध्या सबकी है। यह सिर्फ भगवान श्री राम का जन्मस्थल ही नहीं, बल्कि कई धर्मो के आस्था का केंद्र है। गणतंत्र दिवस परेड में 2018 से योगी सरकार की ओर से शुरू किये गए दीपोत्सव को दिखाया जायेगा। राजपथ पर निलकने वाली परेड में कई राज्यों की तरह,उत्तर प्रदेश की भी सहभागिता रहती है। इस बार सूचना विभाग की झांकी पूरी तरह अयोध्या पर ही केंद्रित होगी।
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने वनगमन के दौरान सामाजिक सद्भाव का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया था।
निषादराज को गले लगाया, केवट को आशीर्वाद दिया और सबरी के जूठे बेर खाकर प्रेम का संदेश दिया। श्रीराम ने जाति प्रथा के उन्मुलन का सूत्रपात किया। यह दृश्य भी परेड में देखने को मिलेगी।
परेड से संदेश दिया जायेगा की अयोध्या सिर्फ सनातन ही नहीं, अन्य संप्रदायों की भी पुण्यभूमि हैं। अयोध्या में पांच जैन तीर्थकरो का जन्म हुआ। चुंकि, इनमे प्रथम जैन तीर्थकर आदिनाथ ऋषभदेव भी हैं, इसलिए अनुयायी अयोध्या को जैन धर्म का प्रथम स्थान मानते हैं। महात्मा बुद्ध के शक्य गणतंत्र का पारंपरिक संबंध अयोध्या राजतंत्र से था। राम नगरी में शैव परंपरा का प्रतिनिधित्व, नागेश्वर मंदिर करता है। स्वामी नारायण संप्रदाय का छपिया मंदिर है। सरयू तट पर बृह्मकुंड गुरूद्वारा भी है। इसकी भी झांकी दिखेगी। रामलीला के साथ ही मृदंग समराट के नाम से प्रसिद्ध रहे पगलदास की जीवनी भी झांकी में दिखेगी।
भाषा एवं संस्कृति विभाग दिल्ली में होने वाली गणतंत्र दिवस परेड के लिए हर साल मॉडल भेजता है. इस बार संस्कृति विभाग ने रक्षा मंत्रालय को 3 मॉडल भेजे थे, इनमें से रक्षा मंत्रालय ने अटल टनल रोहतांग के मॉडल को प्रस्तुत करने के लिए कहा है.
रोहतांग टनल के मॉडल का पहले थ्री-डी वीडियो बनाया जाएगा. इस वीडियो को पहले रक्षा मंत्रालय को भेजा जाएगा. उसके बाद ही रक्षा मंत्रालय मॉडल को गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल करने का निर्णय लेगा.
हर साल गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में राजपथ पर परेड निकलती है, जिसमें राज्यों की संस्कृति की झांकी दिखाई जाती है. जनवरी आने वाला है, ऐसे में राज्यों की ओर से अपनी थीम पर प्रस्ताव भेजे जा रहे हैं. इस बार ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भारत के मेहमान हो सकते हैं।
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