PM ADDRESSED THE NATION THROUGH 'MANN KI BAAT'
मन की बात में प्रधानमंत्री ने देश को किया सम्बोधित.....
निशा कश्यप,31 मई,2020
कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन जारी है.अब तक लॉकडाउन 4.0 पूरे देश में लागू था.केंद्र सरकार की घोषणा के अनुसार 1 जून से लॉकडाउन 5.0 लागू कर दिया जायेगा.लॉकडाउन के हर बदलते चरण के साथ प्रधानमंत्री मोदी जी ने पुरे देशवासियों को सम्बोधित किया.आज 31 मई 2020 को प्रधानमंत्री मोदी पुनः11 बजे मन की बात के जरिये पुरे देशवासियों को सम्बोधित करते हुए कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करते नज़र आये.
अपने सम्बोधन की शुरुआत कोरोना से संक्रमित आकड़ों और कोरोना के कारण वर्त्तमान हालात पर रौशनी डालते हुए की,उन्होंने कहा की भले ही संक्रमित मरीज़ों की संख्या में बहुत वृद्धि हो गयी है परन्तु बाकि देश की तुलना में,हमने इस पर काफी बेहतर काम किया है,और यह भी बताया की हमारे देश में कोरोना के कारण होने वाली मृत्यु दर भी सभी देशों से कम है.
अपने सम्बोधन में प्रधान मंत्री ने उन कोरोना वारियर्स का शुक्रिया अदा किया जिन्होंने सेवा करके निष्ठा भाव से अपना कर्त्तव्य का निर्वहन किया है.सेवा और त्याग भाव से हम अपनी जीवन पद्धति को सुनिश्चित करते हैं और कहा-'सेवा परमो धरमा'.
मोदी जी ने अपने भाषण में देश के कई हिस्सों के लोगों की सराहना की जिहोने इनोवेटिव तरीके से समाज के लिए योगदान दिया है.उन्होंने कहा की किसी भी कार्य को करने के लिए मनुष्य के भीतर इक्षा शक्ति होने की आवश्यकता होती है.
देशवासियों का हौसला अफजाई करते हुए कहा की कोरोना से हमारी लड़ाई लम्बी है,हम सबको मिल कर एकजुटता और एकता से इसे हराना होगा.
इस बात पर भी जोर दिया गया की,लॉकडाउन के कारण सर्वाधिक छतिग्रस्त वर्ग गरीब,मजदुर और श्रमिकों का है,जिसकी पीड़ा को देखते हुए कई लोगों ने उत्तम कदम उठाये हैऔर ऐसे लोगों की सहायता करने के लिए आगे आये हैं.
वर्त्तमान में जो हालत प्रवासी मजदूरों की हुई है,उससे देखते हुए आनेवाले समय में इन लोगों के लिए एक योजना ते तहत पद्धति बनाई जाएगी.
अपने पिछले सम्बोधन में आत्मनिर्भर भारत की बात को दोहराते हुए प्रधानमंत्री ने कहा की,हमें अपने गांव,कस्बों और छोटे शहरों को आत्मनिर्भर बनाने की बेहद जरुरत है,ताकि आने वाले समय में इस तरह की परेशानी दोबारा न हो.
देश भर में अभियान के रूप में चल रहे 'वोकल फॉर लोकल' योजना को प्रोत्साहित करते हुए कहा की हमें जमीनी स्तर से काम करने की जरुरत है.
हर साल योग दिवस का आयोजन विश्व पटल पर आयोजित किया जाता था,उसी तरह इस वर्ष भी योग दिवस के मौके पर ऐसी कई योजना बनाई गयी है,जिसमे भाग ले कर हम औरों को भी इससे जुड़ने की प्रेरणा दे सकते हैं और अपने निजी जीवन में योग को शामिल कर सकते हैं.
कई नेताओं से वार्तालाप के दौरान होने वाले संवाद के एक हिस्से को देशवासीयों से बांटते हुए बताया की सभी नेता इस बात पर जोर देते हैं की-क्या कोरोना को आयुर्वेदिक तरीके से खत्म किया जा सकता है,क्या योग फलदायी साबित हो सकता है कोरोना से बचाव में?
केंद्र सरकार द्वारा आनेवाले अंतराष्ट्रीय योग दिवस के दिन जनता को एक साइट उपलब्ध कराई जाएगी-'My life,My yoga'.जिसमे कोई भी हिस्सा ले सकता है,अपनी योग के दौरान के 3 मिनट की वीडियो बना कर और उसमे योग से जीवन में होने वाले बदलाव के बारे में बता कर.
प्रधानमंत्री मोदी ने आयुष्मान भारत का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने ऐसे लोगों की कही जो आयुष्मान भारत से लाभान्वित हुए हैं.उन्होंने बताया की करोड़ों गरीब परिवार ने इसका लाभ उठाया है और नयी जिंदगी पायी है.
पिछले कुछ दिनों पहले पूर्वी भारत में हुई प्राकृतिक आपदा के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा की-'मैंने वहां की स्थिति के सर्वेक्षा के लिए ओडिसा और बंगाल का दौरा किया,वहां की हालत की गम्भीरता को देखा,बहुत कुछ बुरी तरह छतिग्रस्त हो चूका था,परन्तु उन इलाकों के लोगों की सराहना की जानी
चाहिए,उन्होंने इस आपदा का बल और धैर्य पूर्वक सामना किया.
लगातर पिछले कुछ हफ़्तों से खबरों में टिड्डों के हमले की परेशानी उभर रही है,जिससे केंद्र सरकार,राज्य सरकार,कृषि विभाग और प्रसाशन सभी परेशान हैं.
5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है और हर साल यह आयोजन एक थीम के आधार पर किया जाता है.इस बार का थीम है-'बायो डाइवर्सिटी'। इस महामारी के कारण एक बात अच्छी हुई-प्रदुषण मुक्त पर्यावरण।जिसके कारण ऐसे पक्षियों को देखने और उनकी आवाज़ को सुनने का मौका मिला जो कहीं न कहीं विलुप्त होती जा रही थी.उन्होंने सभी से अपील की कि हम क्यू न इसी तरह अपने पर्यावरण को साफ़ और स्वक्ष रखें।उन्होंने ने एक इशारा बढ़ते तापमान की ओरे भी किया और कहा की गर्मी चरम सीमा पर है,इसी को ध्यान में रखते हुए पक्षियों के लिए पानी रखना न भूलें.
अंत में अपने सम्बोधन को विराम देने से पहले कहा की कोरोना के प्रति लड़ाई अब भी गंभीर है,इसलिए नियमों का पालन करें,मास्क,ग्लव्स,सैनिटीज़र का प्रयोग अवश्य करें और सोशल डिस्टन्सिंग कायम रखें.
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