ENVIRONMENT DAY SPECIAL.....
प्रकृति और आपदा- पर्यावरण दिवस विषेश...
NISHA KASHYUP,
05 JUNE, 2020
प्रकृति ने हमें बहुत कुछ दिया है,जिससे हमारी जिंदगी काफी सुखद रूप से बीत रही है,परंतु प्रकृति का नियम है,जो जीवित है, उसका एक दिन विनाश हो जाएगा,जो टिका है वह नष्ट हो जाएगा।विकास और बदलाव तो प्रकृति की ही पद्धति है,अब वह निर्भर करता है कि बदलाव कैसा हैं| हम जितना प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करेंगे,उसे नुकसान पहुंचाएंगे,उतना ही हमें भुगतना पड़ेगा और भरपाई भी करनी पड़ेगी| प्रकृति के विकराल रूप में से एक है प्राकृतिक आपदा,जिस पर किसी का जोर नहीं चलता और इसके घटने का भी कोई निर्धारित समय नहीं होता|
बीते दिनों कई राज्य में बिना मौसम भारी बरसात हुई जिसके कारण किसानों की फसल,उनका साल भर का भोजन खेतों में ही मिट्टी में मिल गया परंतु, इसके लिए हम प्रकृति को दोषी ठहरा कर भी खोए हुए अनाज को वापस नहीं पा सकते|
कुछ ही हफ्तों के पहले बंगाल और उड़ीसा में तूफान ने खूब तबाही मचाई,जिसकी वजह से लाखों के घर उजड़ गए,हजारों की जिंदगी भी छीन गई और सब नजरों के सामने बर्बाद हो गया।चाह कर भी सब बेबस थे,कोई प्रकृति को रोक नहीं पाया| इसीलिए पर्यावरण को स्वच्छ रख कर प्रकृति को फिर से हरा भरा रखें और इसकी रक्षा भी करें|
WHY IT IS NECESSARY TO CONSERVE RAIN WATER NOWADAYS
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