THREAT OF CYCLONE 'NISARG' IN MAHARASTRA AND GUJRAT
महाराष्ट्र और गुजरात में चक्रवात 'निसर्ग' का खतरा....
NISHA KASHYUP,
01 JUNE,2020
बीते दिनों पूर्वी भारत बंगाल और उड़ीसा में भीषण चक्रवाती तूफान अम्फान ने सबकुछ तहस-नहस और बर्बाद कर दिया| ना जाने कितने ही लोगों ने अपना आशियाना और अपनों को खोया है|अम्फान से छतिग्रस्त हुए इलाकों का दौरा पीएम द्वारा किया गया था और वहां के लोगों के लिए केंद्र सरकार की तरफ से आर्थिक मदद का भी ऐलान किया गया।अभी के समय में समुद्री लहरें अपने उफान पर हैं, बदलते मौसम और तापमान के कारण समुद्रों में हलचल हो रही है और काफी बदलाव भी देखे जा रहे हैं।समुद्रों में उठ रहे लहरों और उन में हो रही उथल-पुथल के कारण देश के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है और तेज हवाएं भी चल रही है कई मर्तबा भूकंप के झटके भी महसूस किए जा रहे हैं|
कुछ ही समय पहले भारतीय मौसम विभाग के द्वारा यह सूचना जारी की गई कि 2 से 3 जून को निसर्ग चक्रवात का खतरा मुंबई और गुजरात पर मंडराएगा| निसर्ग चक्रवात के खतरे को गंभीरता से लेते हुए महाराष्ट्र-गुजरात के मुख्यमंत्रियों ने ठोस कदम उठाते हुए तटों पर सुरक्षाबलों की तैनात कर दिया है| महाराष्ट्र और गुजरात के उन इलाकों पर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है,जो इलाके निसर्ग के चपेट में आ सकते हैं,जिनमें शामिल है महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में हरिहरेश्वर और दमन के बीच उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात।निसर्ग का इन जगहों के तटों से टकराने की संभावनाएं भी जताई जा रही है| इन्हीं सभी खतरों और आपदाओं को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से गृह मंत्री अमित शाह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा बातचीत की और इस खतरे से सामना करने के लिए किए गए इंतजामों का जायजा भी लिया|गृह मंत्री ने आश्वासन देते हुए कहा कि केंद्र की ओर से मदद के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे|
निसर्ग चक्रवात से बढ़ते संकट की आशंकाओं पर विशेष ध्यान देते हुए गुजरात सरकार ने भावनगर और अमराली सहित समुद्र से सटे तटीय इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है| इन स्थानों की सुरक्षा के लिए विजय रुपाणी के आदेशानुसार 10 NDRF और पांच SDRF टीमों को तैनात किया गया है|
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